अमेरिका में इमिग्रेशन पॉलिसी और स्किल विदेशी वर्कर्स को बहस छिड़ी हुई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने वीजा नियमों को कड़ा भी किया है, लेकिन फिर भी अमेरिकी कंपनियों की H-1B वीजा पर निर्भरता बढ़ती जा रही है। इस वीजा के जरिए स्पेशलाइज्ड भूमिकाओं में विदेशी स्किल वर्कर्स की नियुक्ति होती है। साइंस, टेक्नोलॉजी और फाइनेंस जैसे सेक्टर्स में विदेशियों की नियुक्ति के लिए अमेरिका कंपनियां H-1B वीजा का इस्तेमाल करती हैं।