26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली के लाल किले में हुई हिंसा की कड़ी निंदा करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए किंतु ‘‘निर्दोष किसानों को निशाना'' नहीं बनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाए बिना नए कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए. आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वयं इन कानूनों को वापस लेने की घोषणा करनी चाहिए. उस समय प्रधानमंत्री सदन में सदन में मौजूद थे. आजाद ने राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि वह सरकार से इन कानूनों को वापस लेने का आग्रह करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान गुम हो गए लोगों का पता लगाने के लिए सरकार को एक समिति बनानी चाहिए.