गीता सलीश केरल के ओट्टापलम की एक दृष्टिबाधित महिला हैं. 15 साल की उम्र में उन्हें एक दुर्लभ बीमारी का पता चला, जिसके कारण उनकी आंखों की रोशनी चली गई. लेकिन दृष्टिबाधित होने के बावजूद गीता ने इसका असर अपने आत्मसम्मान पर नहीं पड़ने दिया. 39 साल की उम्र में, उन्होंने "गीताज़ होम टू होम" नामक अपने ब्रांड के तहत घर का बना अचार, मसाले और खाद्य उत्पाद बेचने का अपना व्यवसाय शुरू किया.