स्लोगन में स्वर्ग नहीं होता है. मध्य प्रदेश के भावांतर योजना की विज्ञापनों में खूब तारीफ मिलती है मगर इस योजना के बाद भी किसानों की समस्याएं हल नहीं हो रही हैं. अनुराग द्वारी की रिपोर्ट बताती है कि पिछले साल प्याज़ के किसान परेशान थे, इस साल लहसुन के किसान रो रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भावांतर योजना में लहसुन को शामिल तो किया है मगर हकीकत कुछ और है. भावांतर के बाद भी किसानों का कहना है कि रेट बहुत ज़्यादा गिर गया है.