अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डिबेट की परंपरा है और इस किस्म की बहस उन वोटरों के बहुत काम आती हैं जो रिपब्लिकन या डेमोक्रैट किसी भी पार्टी के बड़े भक्त नहीं, बल्कि कैंडिडेट्स के हाव-भाव, विचार देख, सुन और समझ कर इरादा करते हैं कि उनका राष्ट्रपति कौन बने.