कोचिंग - ये शब्द सुनकर लगता है मानों बच्चों के लिए इंजीनियरिंग, मेडिकल और दूसरी परीक्षाओं में कामयाबी की गारंटी हो। करीब 200 साल पहले ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में कोच शब्द का प्रयोग हुआ था। इसे लैंग्वेज के एक टीचर ने किसी छात्र को परीक्षा के लिए ले जाने के लिए इस्तेमाल किया था। लेकिन आज इसका अर्थ बदल चुका है। 33 साल पहले इंजीनियरिंग के लिए जो FIITJEE बना था, उसने आज लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटका दिया है। उसके तमाम सेंटरों पर ताला जड़े हुए हैं। उसके खिलाफ मुकदमा भी हो गया है लेकिन उन बच्चों का क्या जो उस कोचिंग के सहारे अपनी जिंदगी संवारने चले थे। देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट।