इस साल पांचवीं बार, भारतीय स्टेट बैंक ने ब्याज दरों में कटौती का एलान किया है. इसका फ़ायदा मकान खरीदने के लिए क़र्ज़ लेने वालों को मिल रहा है और कोशिश अर्थव्यवस्था को उबारने की है. लेकिन बुज़ुर्ग पा रहे हैं कि उनकी आमदनी बड़ी तेज़ी से सिकुड़ रही है, क्योंकि ब्याज दरों में कटौती से एफडी पर असर पड़ता है.