किसानों के समर्थन में जगह-जगह पंचायतें हो रही हैं. तीन तरह के पंचायतों के नाम आपने बहुत सुने होंगे. एक तो सर्व समाज की पंचायत, दूसरी किसान की पंचायत और तीसरी खाप पंचायत. हम इस ग्राउंड रिपोर्ट में पंचायतों पर ही जिक्र करेंगे. हम किसानों से समझने की कोशिश करेंगे कि उनके महापंचायतों से किसान आंदोलन पर क्या असर पड़ेगा? इस ग्राउंड रिपोर्टिंग के दौरान किसान बिजेंद्र ने कहा, “पंचायतों में किसानों को एकजुट किया जाता है. उन्हें समझाया जाता है इन दिनों आंदोलन चल रहे हैं. इन दिनों किसानों के साथ क्या समस्याएं आ ही हैं. तो उसके लिए पूरे देश का दौरा कर के किसानों के नेताओं के जरिए किसानों को एक किया जाता है. और जिस दिन ऐलान होता है कि हम सभी एक जगह इकट्ठे होंगे, उस दिन सभी किसान इकट्ठा हो जाते हैं.”