यूपी की चीनी मिलें लाखों किसानों (Sugarcane Farmers) का गन्ना तो ले रही हैं लेकिन उन्हें जो पर्ची दी जा रही है उसमें कीमत की जगह जीरो लिखा है. यानी वे ये नहीं बता रहीं कि इस साल गन्ने का क्या दाम देंगी. अब ये मुद्दा भी किसान आंदोलन (Farmers Protest) में चर्चा का विषय बना हुआ है. हापुड़ के धनौरा गांव के ज्ञानेश्वर और विनीत बिक्री केंद्र के पास भी ऐसी ही पर्ची है. विनीत 2 हजार क्विटंल गन्ना मिल को दे चुके हैं, लेकिन फसल की कीमत उन्हें नहीं पता है. किसानों को भय है कि सरकार इस बार गन्ने का मूल्य घटा सकती है. यह मुद्दा भी आंदोलन के दौरान तूल पकड़ता दिख रहा है.