एमपी में ग्रीष्मकालीन मूंग के लिये पंजीयन पिछले दिनों 18 जुलाई से शुरू हो गया है. लेकिन राज्य सरकार का यह फैसला आश्चर्यजनक है क्योंकि मूंग की फसल जून के पहले हफ्ते में ही कट गई थी और इसके बाद किसान उसे बेचने भी लगे. कई किसानों का कहना है कि वो मूंग खुले बाजार में बेच चुके हैं और वो भी MSP से बेहद कम कीमत पर.