किसान आंदोलन का रविवार को 46वां दिन हैं. किसान तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. दिल्ली के बॉर्डर पर उनके लिए तमाम इंतजाम किये गए हैं. अभी तक किसान संगठनों और सरकार के बीच आठ दौर की बातचीत हो चुकी है. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है. किसान अपने रूख पर अड़े हुए हैं. वहीं सरकार का भी कहना है कि वह किसी कीमत पर कानून को रद्द नहीं करेगी. किसानों की मांग है कि सरकार इन तीनों कानूनों को रद्द करे और एमएसपी को कानूनी दर्जा दे. वहीं इस मौके पर किसान नेता मंजित राय ने NDTV से बात करते हुए कहा कि यह कृषि कानून हमारे गले का फंदा है, इसलिए आंदोलन तभी खत्म होगा, जब यह कानून वापिस लिए जाएंगे.
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