जीएम सरसों को जेनेटिक इंजीनियरिंग एप्रेज़ल कमेटी यानी जीईएसी की मंज़ूरी को लेकर उठ रहे सवालों के बीच सरकार से जुड़े वैज्ञानिक सोमवार को एक साथ सामने आए. उनकी मांग है कि सरकार जीएम सरसों पर जीईएसी के फ़ैसले को जल्द हरी झंडी दिखाए. डिपार्टमेन्ट ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च एंड एजुकेशन के सचिव टी महापात्रा ने कहा कि जीएम सरसों से देश में सरसों की पैदावार 25 फीसदी तक बढ़ जाएगा और इसके असर से जुड़े सारे तथ्यों की समीक्षा की जा चुकी है. इन कृषि वैज्ञानिकों की दलील है कि जीएम सरसों के इस्तेमाल से सरसों तेल आयात पर देश की निर्भरता कम होगी.