कृषि कानूनों के विरोध में किसान देशव्यापी चक्का जाम और ट्रैक्टर परेड के बाद अब रेल रोको आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. हजारों किसान 18 फरवरी को रेल पटरी पर बैठेंगे. किसानों का यह प्रदर्शन 12 से 4 बजे तक चलेगा. किसान नेताओं ने कहा कि बीच रास्ते में ट्रेन नहीं रोकी जाएगी. साथ ही शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया जाएगा. किसान नेता ने कहा कि रेल रोको आंदोलन भारत के इतिहास में कोई नया आंदोलन नहीं है. यह भी विरोध का एक तरीका है. ये सबकी नजरें खींचता है. सरकार से लेकर देशवासियों तक का. हम यह आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से करेंगे.