अब ये साफ हो गया है कि कांदिवली की हीरानंदानी हेरिटेज सोसायटी में 30 मई को आयोजित कोरोना वैक्सीनेशन कैम्प पूरी तरह से फर्जी था. कांदिवली पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की जांच में पता चला है कि इसी गिरोह ने कुल 9 जगहों पर वैक्सीनेशन कैम्प लगवाकर हजारों लोगों को ठगा है. इस मामले में महेंद्र सिंह को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक, महेंद्र दसवीं फेल है लेकिन सालों से मेडिकल क्षेत्र में काम करने की वजह से अपने संपर्कों का इस्तेमाल कर प्लान बनाया था. दूसरा आरोपी संजय गुप्ता इवेंट मैनेजमेंट से जुड़ा था, जिसने सोसायटी में कैम्प लगाने में मदद की, जबकि ललित सिंह उर्फ चंदन और नीतिन मोंडे कोविन ऐप से डेटा चुराकर फर्जी प्रमाणपत्र बनाने में शामिल था. पुलिस के मुताबिक, एक और आरोपी करीम अकबर अली को मध्य प्रदेश से पकड़ा गया है. करीम ने ही वैक्सीन का इंतजाम किया था. खुद को शहर के एक नामी अस्पताल का पीआरओ बताकर सोसायटी और महेंद्र सिंह को मिलाने वाले राजेश पांडे और एक डॉक्टर की तलाश जारी है.