दो जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले में गरुड़ कमांडो शैलभ गौड़ की घायल हुए थे। उन्हें चार गोलियां लगी थीं। इसके बावजूद वो डेढ़ घंटे तक मोर्चे पर बने रहे। मौत को मात देकर अपने घर अंबाला पहुंचे शैलभ के जख्म अब भर चुके हैं और वो एक बार फिर मोर्चे पर लौटने को बेताब हैं।