प्राइवेट अस्पतालों में EWS यानी आर्थिक तौर पर कमजोर तबके से आने वाले मरीजों के बेड अगर 20 फीसदी से ज्यादा खाली रह जाते हैं तो सरकार को ये मंजूर नहीं होगा। दरअसल दिल्ली के 41 प्राइवेट अस्पतालों में EWS मरीजों के मुफ्त इलाज के लिए 623 बेड हैं जिनमें ज्यादातर 30 से 40 फीसदी ही मरीजों को मिल पाते हैं। ऐसे मरीजों को भर्ती करने में प्राइवेट अस्पताल मीनमेख निकाल कर आनाकानी करते हैं, लिहाजा सरकार ने तय किया है कि अब सरकारी अस्पताल भी मरीजों को रेफर कर सकेंगे।