दो महीने लोकसभा चुनाव चले, अब पांच दिन नतीजों का इंतज़ार करना है. एक दिन एग्ज़िट पोल के तमाशे में निकल गया. लेकिन अब इस इंतज़ार में एक नया सवाल और बवाल दोनों पैदा हो गया है. चुनाव से पहले और चुनाव के बीच ईवीएम को लेकर सवाल उठते रहे- अब चुनाव के बाद उनकी सुरक्षा को लेकर सबको संदेह हो रहा है. कई जगह हंगामा मचा हुआ है कि ईवीएम इधर से उधर किए जा रहे हैं. हालांकि चुनाव आयोग ने पूरी मज़बूती से इन ख़बरों का खंडन किया है. उसने अपनी ओर से एक कंट्रोल रूम बनाने का एलान भी कर दिया है जहां ईवीएम से जुड़ी शिकायतें निबटाई जाएंगी. लेकिन लोगों का संदेह बना हुआ है. जाहिर है, ये चुनाव आयोग की साख पर भी टिप्पणी है. हालत ये है कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी बयान जारी कर कहा कि यह चुनाव आयोग की ज़िम्मेदारी बनती है कि वह जनादेश का भरोसा बनाए रखे.