देश के इस इलाके में खेती ही रोजगार का एक प्रमुख जरिया है. जिसमें सबसे ज्यादा मजदूरों की जरूरत पड़ती है. राज्य में गरीबी की हालत यह है कि ज्यादातर लोग अपनी जरूरत की चीजों के लिए संघर्ष करते दिखते हैं. इनका सबका असर शिक्षा, साफ-सफाई और दूसरी चीजों पर भी पड़ता है.पश्चिम बंगाल में 2005 के बाद गरीबी में कमी आई है. हालांकि विकास के कार्यों की रफ्तार दूसरे कई राज्यों से कम है. इन हालातों का मुकाबला करने के लिए सरकार स्किल डेवलपमेंट के तरीकों को लेकर बेहद सजग है. ताकि गांवों में गरीबों तक यह सुविधाओं पहुंच सके.