दिव्यांग लोगों के लिए किसी अपरिचित स्थान पर घूमना चुनौतीपूर्ण होता है. खासकर ये तब और मुश्किल हो जाता है जब आप देख नहीं सकते. लेकिन टिफ़नी बरार इसे बदल रही हैं. हुंडई की पहल समर्थ के जरिए हमने टिफ़नी से मिलने के लिए तिरुवनंतपुरम की यात्रा की, जो कि दृष्टिबाधित लोगों के साथ कार्यशालाएं आयोजित करती है ताकि उन्हें सिखाया जा सके कि रोजमर्रा की जगहों पर कैसे नेविगेट किया जाए.