हेमंत करकरे की शहादत को अपने शाप का नतीजा बताने के बाद प्रज्ञा ठाकुर और भी बयान दिए जा रही हैं. वो बाबरी मस्जिद के ध्वंस के समय की अपनी बहादुरी का बयान कर रही हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान लेकिन अब भी उनका बचाव करने को मजबूर हैं. अदालत का फ़ैसला आए बिना पूर्व मुख्यमंत्री ने मान लिया है कि वो बेगुनाह हैं. उनकी राय में साध्वी प्रज्ञा देशभक्त हैं. उन्होंने देश को पूरा जीवन दे दिया है. अब शिवराज सिंह चौहान से पूछना पड़ेगा कि देश का मतलब उनके लिए क्या है. लेकिन असली सवाल यूपी के डीजीपी रहे प्रकाश सिंह ने किया है. प्रकाश सिंह वो अफ़सर हैं जो पुलिस सुधारों के लिए अरसे से काम कर रहे हैं. उनका कहना है कि प्रज्ञा ठाकुर को शाप देना है तो हाफ़िज़ सईद और मसूद अज़हर को शाप क्यों नहीं दे देतीं. लेकिन ये मज़ाक की बात नहीं है.