लद्दाख का पूरा हिस्सा भारत का मस्तक है. 130 करोड़ भारतीयों का मान-सम्मान का प्रतीक है. यह राष्ट्रभक्तों की धरती है. आज लद्दाख के लोग हर स्तर पर चाहे वह सेना हो या सामान्य नागरिक के कर्तव्य हो, राष्ट्र को मजबूत करने के लिए प्रेरणा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि आप उसी धरती के वीर हैं, जिसने हजारों वर्षों से अनेकों आक्रांताओं के हमलों और अत्याचारों का मुंहतोड़ जवाब दिया है. हम वो लोग हैं जो बांसुरीधारी कृष्ण की पूजा करते हैं, वहीं सुदर्शन चक्रधारी कृष्ण को भी अपना आदर्श मानते हैं. उन्होंने कहा कि करगिल, सियाचिन, रेज़ान्गला और गलवान ये वे इलाके हैं, जहां भारतीय सेना ने ऐतिहासिक लड़ाइयां लड़ीं. हमारे दुश्मनों ने आपके भीतर की आग भी देख ली है, और आपका गुस्सा भी.