क्या टेंडर भरने के ऑनलाइन सिस्टम में भी घोटाला हो सकता है. ई टेंडर तो पारदर्शिता के लिए लाया गया था. मध्यप्रदेश में फौरी तौर पर इस ई टेंडरिंग प्रक्रिया में 3000 करोड़ के घोटाले की बात सामने आ रही है. ख़ास बात ये है कि राज्य में ऑनलाइन टेंडरिंग 2014 से ही लागू है और इसके तहत अब तक क़रीब तीन लाख करोड़ रुपए के टेंडर दिए जा चुके हैं.