दिल्ली में ड्राइविंग लाइसेंस का टेस्ट पास करना अब आसान नहीं रहा. इसे और कठिन बनाया जा रहा है. अब ड्राइवर को ऑटोमेटेड ट्रैक से गुजरना होगा. पहले जहां इस तरह की व्यवस्था न होने पर 80 से 85 फीसदी लोग टेस्ट पास कर लेते थे वहीं अब सिर्फ 50-55 फीसदी लोग ही इसमें सफल हो पा रहे हैं.