इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और एसोसिएशन ऑफ मेडिकल कन्सलटेन्ट ने प्रधानमंत्री के लंदन में दिए उस बयान पर निराशा जताई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि डॉक्टर कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेकर दवा कंपनियों को प्रमोट करते हैं. आईएमए के डॉ. रवि वानखेड़कर ने कहा है कि पीएम मोदी के बयान से हम सब दुखी हैं. उन्होंने कहा कि ये बयान ब्रिटेन में दिया गया है, जहां का मेडिकल सिस्टम 70 फ़ीसदी भारतीय चलाते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जहां तक दवाइयों की क़ीमत की बात है वो सरकार के हाथ में है हमारे हाथ में नहीं.