लंबे समय तक नवीन पटनायक की पार्टी और बीजेपी के बीच गठबंधन रही थी. साल 2009 में नवीन पटनायक ने अपने आपको एनडीए से अलग कर लिया था. ऐसा माना जाता है कि पटनायक केंद्र के साथ राज्य के रिश्ते को मजबूत रखने के पक्षधर रहे हैं. ऐसे में वो ओडिशा में बीजेपी से दूर रहते हैं लेकिन केंद्र की राजनीति में उन्होंने कई बार बीजेपी का साथ दिया है.