क्या 2014 का लोकसभा चुनाव और उसके बाद के चुनावों को हैक किया गया था, यह सवाल फिर से उठा है, जिसे हम ईवीएम मशीन को देवता मानकर विश्वास करते हुए मज़ाक में उड़ा देते हैं. लंदन में आज एक ऐसी प्रेस कांफ्रेंस हुई है जिसमें इस तरह की बातें कहीं गईं हैं, अगर वो सही हैं तो गंभीरता से लिया जाना चाहिए. कई पत्रकार प्रेस कांफ्रेंस में किए गए दावों का मज़ाक उड़ा रहे हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है. मगर सिर्फ हैकिंग की बात नहीं हुई है, कुछ हत्याओं का जिक्र हुआ है, शुजा के शरण लिए जाने के दस्तावेज़ का ज़िक्र है जिसकी जांच हो सकती है. ईवीएम पर पहले भी सवाल उठे हैं. चुनाव आयोग ने पूरा मौका दिया है कि कोई इसे जांच कर ले मगर बात उठती है और इन दिनों ठंडी पड़ गई थी। क्या इस प्रेस कांफ्रेंस के बाद फिर से सवाल उठेगा. क्या जो सवाल उठे हैं, बातें बताई गई हैं वो बी ग्रेड हिन्दी सिनेमा की कहानी है या फिर इन्हें बी ग्रेड इसलिए बताया जा रहा है ताकि सवालों के जवाब तक पहुंचने से पहले ही सवालों को खत्म कर दिया जाए.