2019 चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. शिवसेना, विश्व हिन्दू परिषद्, आरएसएस ने राम मंदिर मुद्दे को गरमाने के लिये अयोध्या में 25 नवम्बर को धर्मसभा बुलाई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में शारदा पीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानन्द की देख रेख में धर्म संसद 1008 हुई. ये धर्म संसद तीन दिन तक चली जिसमें कुल 43 प्रस्ताव पर चर्चा हुई.