ईस्टर्न पेरीफेरल (Eastern Peripheral way)वे पर गुरुवार को हजारों किसान ट्रैक्टर मार्च (Tractor March) में शामिल हुए. सिंघु, गाजीपुर, बहादुरगढ़ और पलवल में यही नजारा दिखा. इनमें महिलाएं भी शामिल हुईं, जिनमें पटियाला की कुलबीर कौर भी हैं. कुलबीर दो एकड़ के अपने खेतों में भी कुछ ट्रैक्टर चलाती हैं. भारतीय किसान यूनियन उग्राहां की नेता हरिंदर बिन्दू का कहना है कि पंजाब से काफी संख्या में महिलाएं ट्रैक्टर मार्च में शामिल होने आई हैं. कृषि कानूनों का असर खेती में पुरुषों के साथ महिलाओं पर भी पड़ेगा. महिलाएं चूल्हा-चौका छोड़कर आंदोलन में कूद पड़ी हैं. इन खेती कानूनों से न मंडी रह जाएगी और न ही जमीन.