नीरू हार्डवेयर की दुकान पर काम करते थे. हर महीने 10,000 रू मिलते थे लेकिन दो महीने से सैलरी नहीं मिली अब भुखमरी की नौबत में सिर्फ़ सरकारी राशन पर निर्भर है. ई कूपन में इन्हें राशन मिलने की तारीख़ 15 अप्रैल दी गई है लेकिन लगभग एक महीने बाद भी इन्हें राशन नहीं मिल पाया है. रोज़ की तरह आज भी राशन सेंटर पर “ राशन ख़त्म है” का बोर्ड पढ़ कर वापस लौट गए.