‘देस की बात’ की शुरुआत दो तस्वीरों से, जो तस्वीरें आपको दिखाने जा रहे हैं, वो डराने के लिए नहीं, न ही भय पैदा करने के लिए हैं. लेकिन उन हालात से अवगत कराने के लिए हैं, जो समझ रहे हैं कि कोरोना हमारे पास नहीं है. हमें नहीं हो सकता है. हम महफूज हैं, या फिर टीके के बाद कोरोना हमारे पास नहीं फटक सकता. कोरोना का संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल रहा है. ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. लखनऊ और सूरत से दो तस्वीरें बहुत परेशान कर सकती हैं. सूरत में मरने वालों की संख्या बढ़ने पर शमशानों में शवों की लंबी कतारें लगी है. एक साथ 20 शव अंतिम संस्कार के लिए पहुंची.