ईरान और सऊदी अरब का आपस में राजनयिक संबंधों को फिर से स्थापित करने का फैसला एक बहुत ही ऐतिहासिक कदम है. इसे कराने में मध्यस्थ की भूमिका चीन ने निभाई. इस फैसले और इसे लेकर चीन की मध्यस्थता के क्या हैं मायने, इस बारे में बता रहे हैं हमारे सहयोगी उमाशंकर सिंह.