लाल क़िला की देखरेख के ठेके पर शनिवार को पूरे दिन बवाल रहा. सोशल मीडिया से लेकर राजनीति के गलियारों में. सरकार ने राष्ट्रीय धरोहरों को गोद लेने की मुहिम के तहत लाल क़िला का ठेका डालमिया समूह को दे दिया. इस ख़बर के आने के बाद सवाल उठने शुरू हो गए. असल में सरकार ने पिछले साल 'एडॉप्ट ए हेरिटेज' नाम की योजना शुरू की है जिसमें 90 से अधिक राष्ट्रीय धरोहरों को चिन्हित किया गया है. माना जा रहा है कि इसके तहत जल्द ही ताजमहल को गोद लेने की प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी. विपक्षी राजनीतिक पार्टियां इस कदम पर सवाल उठा रही हैं.