महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं, राज्य में जो डेल्टा प्लस के मरीज मिले हैं उनमें से करीब 65% ने वैक्सीन नहीं थी. वैक्सीन का भरोसा धीरे- धीरे लोगों में बढ़ रहा है, वहीं संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र में बढ़त देखने को मिली है. वहीं कई हेल्थ केयर और फ्रंट लाइन वर्कर को लगता है कि संभावित तीसरी लहर को देखते हुए उन्हें टीके की तीसरी डोज, यानी बुस्टर डोज मिलनी चाहिए.