भारत में पिछले काफ़ी वक्त से 'एक देश, एक चुनाव' बार-बार, कई बार सुनाई देता रहा है, लेकिन बहुत-से लोग आज भी इसका अर्थ या कहें, इसके लागू होने की दिक्कतें या फ़ायदों को नहीं समझ पाए हैं.