कांग्रेस के घोषणापत्र में कई अहम बातों के अलावा एक मामला जम्मू-कश्मीर का है. अपने घोषणापत्र में कांग्रेस ने कहा है कि कश्मीर को लेकर बातचीत होनी चाहिए. राज्य के लोगों का मन समझ कर ही इस समस्या का हल खोजा जा सकता है. दूसरी बात कांग्रेस ने ये कही है कि अगर उसकी सरकार आई तो कश्मीर घाटी में सेना को घटाया जाएगा. यही नहीं अफ़स्पा- यानी आर्म्ड फ़ोर्सेज़ स्पेशल पावर ऐक्ट- की भी समीक्षा की जाएगी. बीजेपी को लगता है कि ये कांग्रेस का फुल टॉस है जिस पर वह छक्का मार सकती है. बीजेपी के नेताओं के बयान आने शुरू हो गए हैं. कांग्रेस को पार्टी ने आतंकवाद समर्थक करार दिया. उसने इसे सेना विरोधी क़दम करार दिया.