हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट को अदाणी ग्रुप ने दुर्भावनापूर्ण और ध्यान भटकाने की कोशिश बताया है.ग्रुप ने एक बयान जारी कर कहा है कि पूर्व निर्धारित निष्कर्षों तक पहुंचने के लिए पहले से सार्वजनिक जानकारी से चुनिंदा टुकड़े उठाकर रिपोर्ट बनाई गई है. ये काम निजी लाभ के लिए किया गया और ऐसा करते हुए तथ्यों और कानून की बेकद्री की गई.अदाणी ग्रुप इन आरोपों को सिरे से खारिज करता है. रिपोर्ट में पहले ही निराधार पाए गए आरोपों को फिर से पेश किया गया है.इन आरोपों को मार्च 2023 में सुप्रीम कोर्ट पहले ही खारिज कर चुका है. EBI प्रमुख ने भी इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज किया है, साथ ही उन्होंने कहा 'हिंडेनबर्ग SEBI की रिपोर्ट का जवाब देने की बजाये चरित्रहरण की कोशिश कर रहा, जो की बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है'
Rajeev Chandrashekhar ने भी इस रिपोर्ट को खारिज किया है, उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस ने पिछले दस वर्षों में झूठ की राजनीति की रणनीति अपनाई है, अब हमारी वित्तीय प्रणाली, वित्तीय बाजारों को अस्थिर करने और स्वतंत्र पर हमला करके देश में अराजकता पैदा करने के लिए विदेशी मदद ले रही है.