महाराष्ट्र और हरियाणा के नतीजे परसों आ जाएंगे लेकिन अब अगला चुनाव दिल्ली में है. देश की राजधानी दिल्ली में सत्ता की बागडोर आम आदमी पार्टी के हाथों है. 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने जी तोड़ कोशिश की लेकिन जीत आई आप के खाते में. उधर कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शीला दीक्षित के जाने के बाद से पार्टी संभल नहीं पाई है. अध्यक्ष पद खाली पड़ा है. हाल में उनके बेटे संदीप दीक्षित ने दिल्ली प्रभारी पीसी चाको पर गम्भीर आरोप लगाए हैं. तो महाराष्ट्र हरियाणा की तरह क्या दिल्ली में भी बिखराव से कांग्रेस पार्टी क्यों नही उबर रही है?