अमर उजाला के सलाहकार संपादक विनोद अग्निहोत्री का कहना है कि पार्टी में पहले भी संघर्ष होते रहे हैं। हालाकि ऐसा बहुत कम दिखा है कि शीर्ष नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाए। उन्होंने कहा कि जब वर्चस्व की लड़ाई होती है तो वो सत्ता संघर्ष की लड़ाई बन जाती है।