पार्टी में संघर्ष नई बात नहीं : विनोद अग्निहोत्री

  • 1:40
  • प्रकाशित: मार्च 05, 2015
अमर उजाला के सलाहकार संपादक विनोद अग्निहोत्री का कहना है कि पार्टी में पहले भी संघर्ष होते रहे हैं। हालाकि ऐसा बहुत कम दिखा है कि शीर्ष नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाए। उन्होंने कहा कि जब वर्चस्व की लड़ाई होती है तो वो सत्ता संघर्ष की लड़ाई बन जाती है।

संबंधित वीडियो