चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एसए बोबडे हाल ही में कथित तौर पर अपनी एक टिप्पणी को लेकर विवादों में थे. मुख्य न्यायाधीश ने अपने बयान को लेकर सफाई देते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी को गलत संदर्भ में लिया गया. एक अदालत और एक संस्था के तौर पर हमारा हमेशा महिलाओं के लिए सर्वोच्च सम्मान है. पीठ ने याचिकाकर्ता से कभी भी पीड़िता से शादी करने के लिए नहीं कहा.