सीजेआई रंजन गोगोई ने मीडिया को इंटरव्यू देने के मुद्दे पर बयान दिया. उन्होंने कहा, 'जबकि वकीलों को बोलने की स्वतंत्रता है, बेंच को स्वतंत्रता का प्रयोग करते समय मौन बनाए रखने के लिए न्यायाधीशों की आवश्यकता होती है. कड़वा सच यादों में रहना चाहिए. मैंने एक ऐसे संस्थान से ताल्लुक रखा है जिसकी ताकत जनता के भरोसे और विश्वास में है. जजों को अपनी आजादी बनाए रखने के लिए मौन रहना चाहिए. इसका मतलब ये नहीं कि वो बोलेंगे नहीं लेकिन उन्हें कार्य से संबंधी जरूरतों पर चुप रहना चाहिए. सीजेआई ने कहा, 'प्रेस मेरे कार्यकाल के दौरान मेरे कार्यालय और संस्थान के लिए दयालु रहा है.'