रेल रोको अभियान को लेकर भारतीय रेल भी हाई अलर्ट पर है. लगातार रेलवे अधिकारियों ने बैठक की. दरअसल, रेलवे की दो चिंताएं हैं. पहली चिंता है कि किसानों के रेल रोको अभियान में यात्रियों को समस्या न हो, और रेलवे की संपत्ति को कोई नुकसान न हो. इसलिए किसान संगठनों के रेल रोको अभियान को रेलवे गंभीरता से ले रही है. यही वजह है कि चेयरमैन रेलवे बोर्ड ने तमाम जोन के जनरल मैनेजर के साथ-साथ रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के महानिदेशक के साथ बुधवार को बैठक की. बता दें कि दोपहर 12 बजे से लेकर 4 बजे तक के इस रेल रोको आंदोलन का असर देश के अलग-अलग हिस्सों में पड़ने की आशंका है. हालांकि किसान संगठनों ने ये साफ किया है कि ये आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा.