भीमा कोरेगांव हिंसा (Bhima Coregaon Case) के मामले में गिरफ्तार फादर स्टेन स्वामी (Father Stan Swamy) की रिहाई की मांग तेज होने लगी है. मसीही संस्थाओं (Christian organizations) का कहना है कि जब तक इस मामले में फैसला नहीं हो जाता है, तब तक फादर स्टेन स्वामी को जमानत मिलनी चाहिए. 83 साल के स्टेन स्वामी अक्तूबर से जेल में है. उन्हें आतंकवाद निरोधी कानून UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया था. वह पर्किन्सन रोग से ग्रस्त हैं. मसीही संस्थाओं ने उनकी रिहाई के लिए जुलूस निकाला है. कुछ पादरियों ने भी स्टेन स्वामी की रिहाई के लिए पोस्टर भी दिखाए. NIA ने स्टेन स्वामी की जमानत का विरोध किया है. जमानत पर 21 दिसंबर को सुनवाई होनी है.