बिहार चुनाव 2025 की सरगर्मियां तेज़ हो चुकी हैं और सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। एक ओर जहां एनडीए नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाकर मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है, वहीं विपक्षी महागठबंधन भी तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा कर रहा है। जातीय समीकरण, विकास के मुद्दे, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था जैसे विषय इस बार भी चुनावी बहस के केंद्र में हैं। जनता की निगाहें अब इस पर टिकी हैं कि कौन सा गठबंधन उन्हें बेहतर भविष्य का भरोसा दिला पाएगा। चुनावी रैलियों, वादों और आरोप-प्रत्यारोपों के बीच बिहार की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए चिराग पासवान ने अपने पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान वाला दांव खेला है. चिराग ने एक्स पर पोस्ट करके मुस्लिम मतदाताओं से बड़ी अपील की है. उन्होंने अपने पिता के एक कदम की याद दिलाकर अल्पसंख्यक वोटों को लुभाने की कोशिश की है. इस पोस्ट के जरिए चिराग ने आरजेडी को भी निशाने पर लिया है. चिराग पासवान ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा है कि 2005 में उनके नेता और पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान ने मुस्लिम मुख्यमंत्री बनाने के लिए अपनी पार्टी तक कुर्बान कर दी थी. चिराग ने इसी पोस्ट में मुस्लिम मतदाताओं से कहा कि तब भी आपने उनका साथ नहीं दिया.