बाल विवाह मुक्त भारत, अक्षय तृतीया (10 मई) से पहले एक अखिल भारतीय अभियान जमीनी स्तर पर महिला लीडर्स और इसके 161 सहयोगी संगठनों को प्रेरित कर रहा है, एक ऐसे समय में जब भारत के कुछ हिस्सों में बच्चों को बाल विवाह में धकेले जाने का खतरा है। ये अभियान उन क्षेत्रों में होने वाले बाल विवाह को रोकने के लिए हर संभव उपाय करते हुए, जागरूकता और सतर्कता अभियान को बढ़ाकर ऐसा कर रहा है।