पहले साथ बैठकर किया नाश्ता, फिर साइकिल से तय किया संसद तक का रास्ता, लेकिन क्या इससे विपक्षी दलों के बीच बन पाएगा एक मजबूत राजनीतिक वास्ता? जी हां, हम बात कर रहे हैं राहुल गांधी के नाश्ते के निमंत्रण की और उससे जुड़े विपक्ष के तमाम नेताओं की. जिस तरीके से राहुल गांधी ने एक नाश्ते का आयोजन किया और 17 पार्टियों को न्योता भेजा, जिनमें से 14 पार्टियां इसमें जुटीं. 15वीं खुद कांग्रेस थी. वहां पर राजनीतिक एकता की बात हुई. विपक्षीय एकता की बात हुई. राहुल गांधी ने कहा कि अगर सरकार को टक्कर देना है तो विपक्षी दलों को एकजुट होना होगा.