आंदोलन कर रहे किसान संगठनों के खिलाफ भाजपा का रवैया आक्रामक होता जा रहा है. BJP के महासचिव बीएल संतोष ने किसानों के 2008 के आंदोलन से जुड़ा एक लेख ट्वीट किया है, जिसमें किसान कृषि क्षेत्र में निजी कंपनियों को प्रवेश देने की मांग कर रहे हैं. संतोष ने इन किसान संगठनों पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है. शरद पवार के बयान के बाद बीएल संतोष के ट्वीट से किसान आंदोलन पर सियासत गर्मा गई है.