Bihar Elections 2025: 3 नवंबर 1978 — पटना का गांधी मैदान, जब कर्पूरी ठाकुर ने पिछड़ों के लिए आरक्षण लागू कर इतिहास रच दिया था। और अब, लगभग पाँच दशक बाद, वही बिहार एक नए सवाल के साथ खड़ा है — जननायक कौन? क्या राहुल गांधी या तेजस्वी यादव जैसे नेता “जननायक” कहलाने के हकदार हैं, या यह उपाधि सिर्फ कर्पूरी ठाकुर के नाम से जुड़ी रहेगी? देखिए एक भावनात्मक और राजनीतिक सफर — जहाँ कर्पूरी ठाकुर के आदर्शों से लेकर आज की सियासत तक का फर्क साफ़ दिखता है।