Bihar Elections 2025: मांझी अपने संगठन की ताकत और दलित वोटबैंक का हवाला देकर दबाव बनाए हुए हैं. एनडीए के सामने चुनौती यह है कि दोनों नेताओं को साथ रखते हुए गठबंधन की एकजुटता बनाए रखी जाए. बिहार की राजनीति में चिराग और मांझी दोनों के अपने-अपने समीकरण हैं और अगर यह समीकरण बिगड़ता है, तो एनडीए के लिए यह चुनावी गणित को उलझा सकता है. जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर 15 सीटों की डिमांड की है.