दक्षिण बस्तर के अंदरूनी गांवों में पिछले पांच महीनों में सैकड़ों सरेंडर हो चुके हैं। इन लोगों को पुलिस नक्सली या उनका समर्थक बता रही है, लेकिन बस्तर के अंदरूनी गांवों का दौरा करने से पता चला कि कई आदिवासियों का जबरन सरेंडर कराया गया और कई सरेंडर से बचने के लिए जंगलों में भाग गए हैं।