कोरोनावायरस टीके (Coronavirus Vaccine) की कमी के वजह से पहले से ही जहां टीकाकरण अभियान की रफ्तार धीमी हो गई है, तो वहीं मुंबई (Mumbai Covid 19 Vaccination) में अधिकतर टीके निजी अस्पतालों में पैसे देकर लग रहे हैं. जिसके बाद अब सवाल उठने लगा है कि क्या केवल सरकारी अस्पतालों में ही टीके की कमी है. जिस बीकेसी वैक्सीनशन सेंटर में अप्रैल महीने में टीकाकरण के लिए लंबी भीड़ लगती थी, वहां जून महीना आते-आते सन्नाटा छाया हुआ है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि सरकारी और निजी अस्पतालों में ये अंतर क्यों है?